Balbharti Maharashtra State Board Class 5 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 14 मैं सड़क हूँ Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

5th Standard Hindi Digest Chapter 14 मैं सड़क हूँ Textbook Questions and Answers

1. अंत्याक्षरी खेलो:
सड़क….किनारे….रास्ता….तकनीक….काम….मकान….निकिता…. ताँगा….गाजर…..रश्मि।

2. सड़क कैसे साफ-सुथरी रख सकते हैं, बताओ।

Hindi Sulabhbharati Class 5 Solutions Chapter 14 मैं सड़क हूँ Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए:

प्रश्न 1.
जिस सड़क पर चलते हुए पैर मिट्टी से सन जाएँ, वह सड़क कैसी होती है?
उत्तर:
कच्ची सड़क।

प्रश्न 2.
पगडंडी किसे कहते हैं?
उत्तर:
असमान, संकरी और कच्ची डगर को पगडंडी कहते हैं।

प्रश्न 3.
सड़क किन चीजों से बनती है?
उत्तर:
सड़क सीमेंट, रेत, गिट्टी, सलिया एवं कोलतार से बनती है।

प्रश्न 4.
कच्ची सड़क कहाँ पाई जाती है?
उत्तर:
गाँवों में।

प्रश्न 5.
हम सड़क को साफ-सुथरा कैसे रख सकते हैं? बताओ।
उत्तर:
सड़क पर कचरा ना फेंकें। यहाँ-वहाँ ना थूकें। जगह जगह गड्ढे न खोदें।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
सड़क पर क्या-क्या चलता है?
उत्तर:
सड़क पर मानव, ताँगे, मोटर, बस, साइकिल इत्यादि चलते हैं।

प्रश्न 2.
लोग सड़क के किनारे क्या बनवा लेते हैं?
उत्तर:
लोग सड़क के किनारे मकान-दुकान बनवा लेते हैं।

प्रश्न 3.
चौराहे पर वर्दी पहनकर कौन खड़ा रहता है?
उत्तर:
चौराहे पर वर्दी पहनकर पुलिस का सिपाही खड़ा रहता है।

प्रश्न 4.
लोग अपनी ज़रूरत से सड़क को कैसा बना देते हैं?
उत्तर:
लोग अपनी ज़रूरत से सड़क को टेढ़ी, कभी नीची, कभी ऊँची बना देते हैं।

प्रश्न 5.
ज्यादातर सड़क किस चीज़ से बनाई जाती है?
उत्तर:
ज्यादातर सड़क कोलतार डालकर बनाई जाती है।

प्रश्न 6.
यह आत्मकथा किसकी है?
उत्तर:
यह आत्मकथा सड़क की है।

प्रश्न 7.
सामान बेचनेवाले अपनी दुकान कहाँ लगाते हैं?
उत्तर:
सामान बेचनेवाले सड़क के दोनों तरफ अपनी दुकान लगाते हैं।

प्रश्न 8.
चौराहे पर पुलिस का सिपाही क्या काम करता है?
उत्तर:
चौराहे पर पुलिस का सिपाही यातायात को अनुशासित रखने का काम करता है।

प्रश्न 9.
सड़क को दुख कब होता है?
उत्तर:
जब लोग उसे गंदा कर देते हैं, तब सड़क को दुख होता है।

प्रश्न 10.
सड़क का क्या फायदा है?
उत्तर:
सड़क के कारण देश में दूर-दूर रहने वाले लोग एक दूसरे से आसानी से मिल पाते हैं।

प्रश्न 11.
सड़क सदा कैसी रहना चाहती है?
उत्तर:
सड़क सदा साफ-सुथरी रहना चाहती है।

प्रश्न 12.
सड़क क्या चाहती है?
उत्तर:
सड़क हर गाँव को एक-दूसरे से जोड़ना और लोगों में मेल-जोल बढ़ाना चाहती है।

प्रश्न 13.
सड़क कहाँ खुशहाली लाना चाहती है?
उत्तर:
सड़क पूरे देश में खुशहाली लाना चाहती है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखिए:

प्रश्न 1.
सड़क, घर और विद्यालय के बीच क्या है?
उत्तर:
सेतु।

प्रश्न 2.
अब कैसी तकनीक आ गई है?
उत्तर:
नई तकनीक।

प्रश्न 3.
नई तकनीक से सड़क किससे बनाई जाती है?
उत्तर:
सीमेंट।

प्रश्न 4.
गड्ढों के कारण क्या होता है?
उत्तर:
दुर्घटनाएँ।

प्रश्न 5.
सड़क कैसी रहना चाहती है?
उत्तर:
साफ-सुथरी।

प्रश्न 6.
सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(वर्दी, सड़क, गड्ढे, गंदा, निश्चित)

उत्तर:

प्रश्न 7.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

उत्तर:

व्याकरण:

प्रश्न 1.
समान अर्थ वाले शब्द लिखिए:

उत्तर:

प्रश्न 2.
विपरीत अर्थ वाले शब्द लिखिए:

उत्तर:

प्रश्न 3.
लिंग बदलिए:

उत्तर:

प्रश्न 4.
वचन बदलिए:

उत्तर:

प्रश्न 5.
नदी की आत्मकथा लिखिए:
उत्तर:
मैं नदी हूँ। पहाड़ों से उतर कर नीचे ज़मीन पर बहती हूँ। गाँवों, खेतों के पास से होकर जाती हूँ। बच्चे मेरे पानी में डुबकी लगाते हैं। मैं सभी के काम आती हूँ। कुछ लोग मुझे गंदा भी करते हैं। इससे मैं दुखी हो जाती हूँ। फिर भी सब कुछ सहती हुई आगे बढ़ती – रहती हूँ। मैंने रुकना नहीं सीखा। मेरा काम है हमेशा बहते रहना। आज के युग में यदि मेरा ध्यान न रखा गया तो मैं एक दिन समाप्त हो जाऊँगी। मुझे हमेशा बहते देखना चाहते हो तो मेरा सही उपयोग करो, क्योंकि मैं हमेशा सभी को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हूँ।

प्रश्न 6.
उद्यान की आत्मकथा लिखिए:
उत्तर:
मैं उद्यान हूँ। जब मुझे नया-नया बनाया गया था, तब बहुत-से पेड़ लगाए गए थे। बैठने के लिए बेंचें थीं। बच्चों के लिए झूले थे। लोगों का आना – जाना लगा रहता था। बच्चों की आवाजें आती थीं। परंतु आज कल अधिकतर कोई नहीं आता, क्योंकि मेरा सही तरीके से ध्यान नहीं रखा गया। बेंचें टूट गईं, झूले टूट गए, पेडों के सभी पत्ते झड़ गए; इसलिए मैं उदास हूँ। कोई मेरी तरफ ध्यान देगा तो मैं फिर से पहले की तरह बन जाऊँगा। मैं सभी को खुशी देना चाहता हूँ। सबके साथ मिल-जुलकर रहना चाहता हूँ।

पाठ का सारांश:

प्रस्तुत पाठ एक सड़क की आत्मकथा है। सड़क खुद अपने बारे में बता रही है कि किस तरह लोग उसका उपयोग करते हैं।

शब्दार्थ: