Balbharti Maharashtra State Board Class 5 Hindi Solutions Sulabhbharati Chapter 17 निरिक्षण Notes, Textbook Exercise Important Questions and Answers.

5th Standard Hindi Digest Chapter 17 निरिक्षण Textbook Questions and Answers

1. धूप में रखा पौधा हरा क्यों रहता है?

प्रश्न 1.
धूप में रखा पौधा हरा क्यों रहता है?
उत्तर:
क्योंकि पौधे को सूरज की रोशनी तथा हवा मिलती रहती

2. कमरे में रखा पौधा क्यों मुरझा गया?

प्रश्न 1.
कमरे में रखा पौधा क्यों मुरझा गया?
उत्तर:
कमरे में रखा पौधा मुरझा गया, क्योंकि उसे सूरज की रोशनी तथा हवा नहीं मिली।

Hindi Sulabhbharati Class 5 Solutions Chapter 17 निरिक्षण Additional Important Questions and Answers

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

प्रश्न 1.
क्या आपने सूर्य को उगते हुए देखा है? उसका रंग कैसा होता है?
उत्तर:
हाँ, उसका रंग लालिमा लिए हुए होता है।

प्रश्न 2.
सूर्यास्त के समय सूर्य किस दिशा में रहता है?
उत्तर:
सूर्यास्त के समय सूर्य पश्चिम दिशा में रहता है।

प्रश्न 3.
दोपहर के समय हम सूर्य के सामने देख सकते हैं? यदि ना तो कारण बताइए?
उत्तर:
नहीं, क्योंकि सूर्य की तेज़ रोशनी के कारण हमारी आँखें नहीं खुलती हैं।

प्रश्न 4.
आईना लेकर सूरज की ओर दिखाएँगे तो क्या होगा?
उत्तर:
सूरज की तेज़ रोशनी के कारण एक चमकीली रोशनी दिखेगी।

प्रश्न 5.
सूर्य किस दिशा से निकलता है?
उत्तर:
सूर्य पूर्व दिशा से निकलता है।

प्रश्न 6.
सूर्योदय व सूर्यास्त के समय सूर्य का रंग कैसा होता है?
उत्तरः
सूर्य उस समय थोड़ा पीले-लाल रंग में दिखाई देता है।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
बीज बोने के कितने दिनों बाद अंकुर उग आते हैं?
उत्तर:
बीज बोने के दो-तीन दिन बाद अंकुर उग आते हैं।

प्रश्न 2.
अंकुरों को बढ़कर पौधा बनने के लिए कितना समय लग जाता है?
उत्तर:
अंकुरों को बढ़कर पौधा बनने के लिए तीन-चार दिन लग जाते हैं।

प्रश्न 3.
आप बीज बोने के कितने दिन बाद पौधे का निरीक्षण करेंगे?
उत्तर:
पाँच दिन बाद पौधे का निरीक्षण करेंगे।

प्रश्न 4.
पौधों को रोज़ क्या देना चाहिए?
उत्तर:
पौधों को रोज़ पानी देना चाहिए।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्य सही ✓ हैं या गलत × निशान लगाइए:
उत्तर:

पाठ का सारांशः

निरीक्षण का शाब्दिक अर्थ होता है – “ध्यान से देखना”। जब किसी वस्तु को हम ध्यान पूर्वक देखते हैं तो नई-नई बातें मालूम होती हैं। इस पाठ में एक ही प्रकार के दो पौधों को धूप और छाया में अलग – अलग रखकर उनमें होने वाले परिवर्तनों के निरीक्षण की जानकारी दी गयी है।

शब्दार्थ: